मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा। हिंदी की बेहतरीन कविता



मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा। kavita

 मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा। 

हिंदी की बेहतरीन कविता 

                                     Hindi kavita by Gopi 



मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा ,

देखना दौड़कर क्षितिज को छू आऊगा ,

 मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा .

कागज की नाव से सड़कों पर ,

बरसात की नदी पार कर जाऊंगा ,

मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा .

अभी जिंदगी के झमेले लड़ रहा हूं ,अभी अकेले ,

मैं जीत कर फिर वापस आऊंगा ,

मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा .

पतंग बना चांद पर जाऊंगा ,

पेड़ के नीचे बैठी बुढ़िया ,

उसका चरखा ले आऊंगा ,

मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा। 

एक दिन फिजा में समा जाऊंगा ,

इन्हीं पेड़ों में जल जाऊंगा,

 मैं फिर से वापस फिर आऊंगा ,

फिर से बच्चा बन जाऊंगा। 

मैं फिर से बच्चा बन जाऊंगा। हिंदी की बेहतरीन कविता



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें