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ज़िन्दगी एक कविता,a poem on life


ज़िंन्दगी एक कविता गोपी दवरा 


वक्त आने दे तुझे भी बता देंगे जिंदगी , 

जिंदगी जीने का हुनर तुझे भी सिखा देंगे जिंदगी,

 बेवक़्त  बातों में वह वजन कहा ,

 वक्त आने दे लफ्जों से तुझे हरा देंगे जिंदगी,

 गले मिलकर तुझसे  एक जिंदगी बिता देंगे जिंदगी,

 बिन तेरे बिन जी कर भी दिखा देंगे ज़िंदगी ,

अभी वक्त का साथ नहीं है ज़िंदगी ,

वक्त आने दे तेरा साथ निभा देंगे जिंदगी। 

shayari

ज़िन्दगी एक कविता 

 जिंदगी जहां ले जाएगी, चला जाऊंगा। 

अगर यह मुझे मिटाएगी ,  तो मिट जाऊंगा। 

और क्यों मेरी बात मानेगी जिंदगी ,

मैं मनाउंगा  तो क्या मान जाएगी ,

यह रूठी हुई किस्मत है ,

इसे कब तक मनाऊंगा ,

 जहां ले जाएगी ,चला जाऊंगा। 

मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। ज़िंदगी पर शानदार शायरी

ज़िंदगी पर शानदार शायरी 

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 



मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। ज़िंदगी पर शानदार शायरी

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 

जो ना बदले कभी उन्हें भी बदलते देखा। 

अच्छे तैराको  को किनारे भी खा गए। 

मैंने नो नौसखियों को तूफानों से संभालते देखा। 

जिंदगी के दस्तूर ,कानून ,कुछ भी नहीं। 

जिंदगी की वफा और जफ़ा , कुछ भी नहीं। 

कब हाथ छोड़ दे ,चलते चलते ,जिंदगी। 

मैंने समुंदरों को भी जलते देखा। 

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 

अब मौत का खौफ , कुछ भी नहीं। 

अब जिंदगी का मतलब ,कुछ भी नहीं। 

हर दिल अब पत्थर सा  बन गया है। 

 पर मैंने पत्थरों को भी पिघलते  देखा। 

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 

तेरी बातें बहुत याद आती हैं, hindi kavita by Gopi,ऐसी प्यार की कविता सुनी है.

ऐसी प्यार की कविता सुनी है ,कभी 

तेरी बातें बहुत याद आती हैं, 


 वो रातें, मुलाकातें ,तेरी बातें ,

बहुत याद आती हैं, तेरा हंसना,

 तेरा रोना ,तेरी करवटें ,

बहुत याद आती है। 

समय की धारा को मोड़ दो,

 फिर से वहीं पल, मुझे दे दो ,

सब बस दिलासा है ,

यह यह बातें दिल को दिलासा दे जाती हैं। 

तुम्हें बुलाना भी चाहूं ,

तुम नहीं आओगे ,

 मेरे आंसू को कहां समझ पाओगे,

 दुनिया भी मुझको यही समझाती है।  

अलविदा ज़िंदगी 

दर्द से भरी कविता 


 मैं तुझसे दूर बहुत दूर हो जाऊंगा,

 देखना मैं भीड़ में भीड़ सा  बन जाऊंगा। 

तेरी आंखें लाख रस्ता देखे, ना देखे ,

मैं अँधेरे में परछाई सा हो जाऊंगा। 

 मैं बहुत दूर हो जाऊंगा। 

हवा के झोंके पर मेरी खशबू  को ना महसूस करना। 

रात के तारों में मेरा नाम ना गिनना। 

 सुबह की भोर पर मेरा इंतजार ना  करना। 

मैं इस तरह फना  हो जाऊंगा। 

 मैं तुझसे बहुत दूर हो जाऊंगा। 

वो मै तो नहीं ,kavita in Hindi.

 

kahani

वो मै तो नहीं ,


जिसके तूने सपने देखे ,
जिसकी तुने राहे बाटी ,
जिसके लिए तु रात जगी ,
वो मै तो नहीं ,
जिसको तु प्यार करेगी ,
जिसको अपना मन देगी ,
कंचन तन सोप दोगी ,
वो मै तो नहीं ,
जिसकी आत्मा दर्पण होगी ,
जिसके लिए जीवन अर्पण होगा ,
जिसको तु सासे सोप देगी ,
वो मै तो नहीं..... 

हिंदी कविता , तुझे याद करता हूं ,Hindi kavita by Gopi,sad shayari

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 हिंदी कविता

तुझे  याद करता हूं ,

मैं अपना घर कैसे बर्बाद करता हूं ,

तू नहीं तेरी यादों से ,

मैं तो दीवारों से भी बात करता हूं ,

कैसे-कैसे सपने और कैसी कैसी हकीकत ,

मैं रातों को लो सा जलता हूं ,

फिर भी तेरी यादों को बात करता हूं ,

तुझे बुलाकर मैं याद करता हूं। 

आंखों को बरसने दो

           Hindi kavita by Gopi.

 
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       आंखों को बरसने दो



     आंखों को बरसने दो यादों से आज मुलाकात है ,

शाम उदास है मौसम में भी कुछ बात है ,
तेरे किस्से तेरी कहानी बहुत याद आई,
 बाहर भी सावन अंदर भी सावन यह क्या रुत आई ,
क्या बादल तेरे भी जज्बात हैं। 
आंखों को बरसने दो यादों से आज मुलाकात है ,
शाम उदास है मौसम में भी कुछ बात है। 
ना जिएंगे तेरे बिन जुबां पर तेरी बार-बार वही बात , 
रोकर  कहा था तूने वह घड़ी बहुत याद आई ,
मुकर भी गए तो क्या बात है,
आंखों को बरसने दो यादों से आज मुलाकात है ,
शाम उदास है मौसम में भी कुछ बात है। 

तेरी आदत हिंदी कविता




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तेरी आदत 

हिंदी कविता 

 अभी जिंदगी को तेरी जरूरत नहीं है ,

अभी मुझको तेरी आदत नहीं है ,

अभी बंद है दिल के दरवाजे सारे ,

किसी को भी आने  की इजाजत नहीं है ,

 हजारों परिंदे उड़ते हैं आसमां में ,

सबकी ख्वाइश मोहब्बत नहीं है ,

किसी एक में समा जाओ कभी तुम।,

सारी दुनिया उसी में बसी है ,

अभी जिंदगी को तेरी जरूरत नहीं है। 

कविता 

ख्वाब 


हमारे फूल  किसी और के घर महकते हैं,

 किसी के ख्वाब जमीन पर पड़े सिसकते हैं ,

अजीब रंग ,अजीब ढंग है ,जमाने का ,

तेरी चादर पर टूटे फूल भी हंसते हैं ,

ख्वाबों को मिली छत, ना मंजिल ,

मेरे ख्वाब मेरे को रातों को डसते  हैं ,

हमारे फूल  किसी और के घर महकते हैं,

 मैं क्यों फूलों की खुशबू लु ,

तेरी खुशबू के आगे सब फीके  हैं,

 मैं उस जमीन को चूमता रहता हूं,

 जिस गली से वह मेरे यार गुजरते हैं,

हमारे फूल  किसी और के घर महकते हैं। 

कभी कभी हिंदी कविता

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शायरी  

कभी कभी हम शाम को उदास हो जाते है ,ना जानते हुए भी कोई याद हमे याद आते है ,वो कोण है जो हमे याद आते है। इस पर एक छोटी से कविता आप के लिए ही ,

 

 कभी कभी 

हिंदी कविता 

कभी शाम को हम ,क्यों उदास हो जाते है ,
डूबते सूरज हमे क्यों रुलाते है ,
दिल बिना इजाजत ,किस याद को बुलाते है ,
बारिश के यह नीर ,हमे क्यों जलाते है ,
बहते हवा के झोके ,किस किसका संदेशा लाते  है ,

मुझे डुबते सुरज क्यों रुलाते है। 


kabhi kabhi

hindi kavita by Gopi.

kabhi shaam ko hum,kyo udas hojaate hai ,

dubte surej hume kyo rulate hai ,

dil bina ijajt kis yaad ko bulate hai ,

baarish ke ye neer,hume kyo jalte hai,

bahte hawa ke yeh jhoke,kis kiska sandesha late hai,

mujhe dubte surej kyo rulate hai. 

क्यों रुलाते है ?sad poem by Gopi.



hindi kavita by Gopi

क्यों रुलाते है ?


कभी शाम को हम ,क्यों उदास हो जाते है ,

डुबते सूरज हमें ,क्यों रुलाते है , 

दिल बिना इजाजत ,किस याद को बुलाते है ,

बारिश के ये नीर ,हमे क्यों जलाते है ,

बहते हवा के झोके ,किस किसका सन्देशा लाते है ,

मुझे डुबते सूरज क्यों रुलाते है।


Kyo rulate hai 

kabhi shaam ko hum,kyo udas ho jaate hai ,

dubte surej hume kyo rulate hai ,

dil bina ijajt kis yaad ko bulate hai ,

baarish ke yeh neer,hume kyo jalte hai ,

bahte hawa ke jhoke, kiska sandesha late hai ,

मुझे डुबते सूरज क्यों रुलाते है। 

चलो छोड़ दुkavita,hindi shayari


चलो छोड़ दु  ,इस चाहत को ,
भुल जाये इस मोहब्बत को ,
हार जाये हालात के आगे बहा दे,
पानी में वादा लिखे कागज को ,
रोक तो देता तुझे जाते हुए ,
पर किस नाम से आवाज दु ,
कोई हक़ मुझे नहीं छूने का ,
कैसे तुझे रोक दु ,रुक जा ,
मेरे लिए आखिरी इनायत को। 

Hindi sad kavita यही प्यार है ,

अलविदा मोहब्बत आज के प्यार की मजबूरी 


अभी जिंदगी कोई इजाजत  नहीं है ,
किस्मत में अपनी मोहब्बत नहीं है ,
हजारों उम्मीदों से बंधा हूं ,
अभी दिल  में वह धड़कन नहीं है ,
जी करता है उम्मीदों भरी आंखों से ,
आंखें चुरा लु ,
 मैं अपनी दुनिया कहीं और बसा लूं। 
मगर ऐसा मैं कर सकता नहीं,
 अभी तो मौत आने पर मर सकता नहीं ,
मुझे इसकी इजाजत नहीं है ,
किस्मत में अपनी मोहब्बत नहीं है। 
hindi love poem

Hindi sad kavita

यही प्यार है ,


दूर है ,बहुत दूर है ,

मुस्कुराते तुम भी हो ,

मुस्कुराते हम भी है ,

तुम्हे भी पता है ,

हमें भी पता है ,

बड़े मजबूर है ,

दूर है ,बहुत दूर है , 


yehi pyar hai


door hai ,bahut door hai ,

muskurate tum bhi ho,

muskurae hum bhi hai,

bade majboor hai,

door hai,bahut door hai,


ranjha



राँझा 

हिंदी कविता 

आँखे छिपा लु ,ये बह ना जाये ,

एक जलजला इसके अंदर छिपा है। 

होठो को सी लु ,कुछ कहे ना जाये ,

हज़ारो शिकायत से दिल यह भरा है ,

घड़ी है मिलन की ,चलो मिल जाये ,

तेरी मर्ज़ी है ,खुदा है तू मेरा ,

फिर तु मुझे बुलाए ना बुलाए। 

Ranjha 

हिंदी कविता गोपी द्वारा 


aalkhe chipa lu ye bah naa jaye ,

ek jalajala eske ander chipa hai ,

hotho ko see lu ,kuch kah naa jaye ,

hazro shekayat se dil yeh bhara hai .

ghadee hai milan ki ,chalo mil jaye ,

fir yeh samay aaye naa aye,

teri merze hai khuda hai tu mera,

fir tu mujhe bulae naa bulae,

yeh pyar hai


kavita   कहे दो यह झुठ है ,

kavita



कहे दो यह झुठ है ,

                                                                       
अब तुम्हे मुझसे वो प्यार नहीं ,कहे दो यह झुठ है ,
अब तुम्हे वो इंतज़ार नहीं ,कहे दो यह झुठ है ,
समय की धूल में ,छिप गया है सब कुछ ,
अब मन बेक़रार नहीं ,कहे दो यह झुठ है 
ज़माने के मेले में खो गए है ,किस्से अपने ,
अपने मौसम में अब बहार नहीं ,कहे दो यह झुठ है ,
कभी बाहों में गुज़ारी सारी सारी राते अपनी ,
अब पल भर का भी एतबार नहीं कहे दो यह झुठ है। 
sad shayari



यह कविता सावन के मौसम में विरह सह रहे  दिलों के लिए लिखी गई है।  किस तरह सावन का मौसम ,बादलऔर  बारिश हमें उदास कर देती है।  हम खुद अपने आप से पूछते हैं ,ऐसा क्यों है?



आसमा रो रहा है। 

हिंदी कविता गोपी द्वारा 

यह आसमा से आंसू टपक रहे है। 
दो  दिल मचल  रहे हैं ,
यह बारिश की बूंदे नहीं हैं,
 यह दिल जल रहे हैं। 
दुनिया सी तु ,तेरी सी दुनिया ,
हम फूलों को कांटों से बदल रहे हैं। 
यह आसमा से आंसू टपक रहे है। 
बादल पिघला  है तो यह भी छटेगा ,
कभी तो दुख के पल यह भी हटेगा ,
यह दो दिल  कह रहे हैं। 
यह आसमा से आंसू टपक रहे है। 

Mera Dil

shayari

 

मेरा दिल 

हिंदी कविता 

 मेरे दिल के अंदर झांको , जहां कुछ लोग रहते हैं। 

किराए का यह कमरा है, यहां कुछ लोग रहते हैं। 

मैंने कह दिया  तेरा दिल है ,मगर कुछ लोग कहते हैं। 

यह हमारा भी तो कमरा है ,यहां हम लोग रहते हैं। 

बता कैसे मैं ना कह दूं, मेरे होंठ पर ना नहीं ,

मेरा दिल भी तो घायल है ,मुझे वो  लोग कहते हैं। 

तुझे मैं दिल कैसे दूं , यहां कुछ लोग रहते हैं। 


Mera dil

mere dil ke ander jhanko, jaha kuch log rahte hai,

kiraye ka makan hai ,yaha kuch log rahte hai,

mane khe deya tera dil hai,magar yaha kuch log rahte hai,

yeh hamara bhi kamara hai ,yaha hum log rahte hai,

bata kade me naa khe du,mere hot par naa nahi,

mera dil bhi to ghayal hai ,mujhe vo log kahte hai ,

tujhe dil kase du.. yaha kuch log rahte hai,


shayari

हिंदी प्यार की कविता 

मुझे हक़ तो नहीं 

तेरी जुल्फों को छू लु ,मझे हक़ तो नहीं। 

तेरे होठो को चुमू ,मुझे हक़ तो नहीं। 

यह ख्वाइशे क्यों उमड़ती है ,

जी करता है तेरी बाहो में झुलु ,

तू नज़रे मिलाये ,मै नज़रे चुरा लू। 

कही तुझे शक तो नहीं ,मुझे हक़ तो नहीं ,

तेरी जुल्फों को छू लु ,

मेरी नज़रे तेरे बिन क्यों मचलतीहै ,

जी करता है तुझे नज़रो में बसा लु। 

कोई देखे न ऐसे छिपा लू ,

कही यह सच तो नहीं ,मुझे हक़ तो नहीं। 


ज़िंदगी की कविता ज़िंदगी बेवफा

ज़िंदगी की कविता 

ज़िंदगी बेवफा 


जिंदगी की जिम्मेदारियां और अपनो के सपने पूरे करने के लिए ,हमें अपने प्यार का बलिदान देना पड़ता है. ना चाहते हुए भी हम प्यार जैसी नेमत  से अपने आप को दूर कर लेते हैं। जिंदगी भागदौड़ हमें इजाजत नहीं देती कि हम प्यार करें। लेकिन दिल, दिल तो किसी की नहीं सुनता। उसे तो प्यार करना है और हम उसे यह कहकर समझाते हैं। 


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कविता 
ज़िंदगी की 

ज़िंदगी बेवफा

अभी जिंदगी को इजाजत नहीं है,

 किस्मत में अपनी मोहब्बत नहीं है ,

हजारों उम्मीदों से बंधा हूं ,

अभी दिल में वह धड़कन नहीं है। 

जी करता है उम्मीदों भरी आंखों से आंखें चुरा लूं मैं ,

अपनी दुनिया कहीं ओर बसा लूं ,

मगर ऐसा मैं कर सकता नहीं ,

अभी तो मैं मौत आने पर भी मै मर  सकता नहीं हूं। 

मुझे इसकी इजाजत नहीं है, किस्मत में अपने मोहब्बत नहीं है। 


zindgi bevfa

Hindi kavita

abhi zindgi ko ijjajat nahi hai ,

kishmat me apne mohobbat nahi hai,

hazaro ummedo se bandha hua hu ,

abhi dil me vo dhadkan nahi hai.

ji karta hai ummedo bheri aakho se aakhe chura lu,

me apni duniya kahi or basa lu ,

magar me esa kar sakta nahi ,

abhi mot aane par mer bhi sakta nahi ,

mujhe is ki ijjajt nahi ,kishmat me apne mohobbat nahi


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बादल 



कभी जीने के लिए घुट घट कर मरना पड़ता है ,
यह जीवन है ना चाहते हुए सब कुछ करना पड़ता है। 
अपने आंसू छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है ,
जिसके बिना जीना पाए उसी के बिना जीना पड़ता है। 

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आंखों को बरसने दो यादों से आज मुलाकात है ,
शाम उदास है मौसम में भी कुछ बात है ,
तेरे किस्से तेरी कहानी बहुत याद आई,
 बाहर भी सावन अंदर भी सावन यह क्या रुत आई ,
क्या बादल तेरे भी जज्बात हैं। 
आंखों को बरसने दो यादों से आज मुलाकात है ,
शाम उदास है मौसम में भी कुछ बात है। 
ना जिएंगे तेरे बिन जुबां पर तेरी बार-बार वही बात , 
रोकर  कहा था तूने वह घड़ी बहुत याद आई ,
मुकर भी गए तो क्या बात है,
आंखों को बरसने दो यादों से आज मुलाकात है ,
शाम उदास है मौसम में भी कुछ बात है। 

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हिंदी कविता काश 


 समय चलता रहा ,रेत की तरह हथेली से फिसलता रहा ,
तुझे मिले मुझे मिले ,सदिया बीत गयी यह दिल जलता रहा। 
ना तु हारा ना मै हारा ,सदियो में भी यह प्रेम सुलगता रहा ,
कभी यादों ने हवा दी ,यह दिल कभी बुझता रहा कभी जलता रहा। 
बालो का पक्का सा रंग ,जबाब देते ये अंग ,कुछ कहते रहे ,
अब समय नहीं बचा है  ,बुझने को है दिया जो बरसो जलता रहा। 

Sad shayari,उदास शायरी ,@बेवफा पर शायरी ,दर्द की चार लाइन



sad shayari 

उदास शायरी 

प्यार जितना सुंदर और खूबसूरत शब्द है। उतना ही दुखदाई  है प्यार का विरह  या दिल का टूटना, जब हमारा कोई अपना हमसे अलग होता है ,हम अपने आप को यह समझा नहीं पाते ,यह की  उसने  हमें समझा क्यों नहीं ? और हम भी टूट जाते हैं। उस समय हमारा कोई साथी नहीं होता ,अकेले सिर्फ अकेले.... तनहा  अंधेरे में हम बहुत सारे सवालों के जवाब खोजते  हैं और बार-बार एक ही सवाल हमारे सामने आता है कि उसने हमें समझा क्यों नहीं। 

दोस्तों उस वक्त भी हमारे साथ शायरी और कविता हमें संगति देते हैं। साथ देते हैं और हमारी भावनाओं व्यक्त करते हैं।  आप इन पंक्तियों को पढ़ें और अपनों को शेयर करें हो सकता है कि उन्हें भी अपनी गलती का एहसास हो।  वह भी आपके तो को महसूस करें और फिर वापस लौट आए ....सुना है बिरहा के बाद जो रिश्ता बनता है ,यानी टूटने के बाद जो रिश्ता बनता है, वह पहले से भी मजबूत होता है और हमारी आपस की समझ पहले से ज्यादा समझदारी भरी होती है। 

इसलिए केवल दुख ना बनाएं ,दुख को बांटे और इन कविता और शायरियों को शेयर करें। 

sad shayari

शायरी  

कभी कभी हम शाम को उदास हो जाते है ,ना जानते हुए भी कोई याद हमे याद आते है ,वो कोण है जो हमे याद आते है। इस पर एक छोटी से कविता आप के लिए ही ,

 

 कभी कभी 

हिंदी कविता 

कभी शाम को हम ,क्यों उदास हो जाते है ,
डूबते सूरज हमे क्यों रुलाते है ,
दिल बिना इजाजत ,किस याद को बुलाते है ,
बारिश के यह नीर ,हमे क्यों जलाते है ,
बहते हवा के झोके ,किस किसका संदेशा लाते  है ,

मुझे डुबते सुरज क्यों रुलाते है। 


kabhi kabhi

hindi kavita by Gopi.

kabhi shaam ko hum,kyo udas hojaate hai ,

dubte surej hume kyo rulate hai ,

dil bina ijajt kis yaad ko bulate hai ,

baarish ke ye neer,hume kyo jalte hai,

bahte hawa ke yeh jhoke,kis kiska sandesha late hai,

mujhe dubte surej kyo rulate hai. 


 जुदाई 


 छूट रहे हैं हाथ  ,फगत उंगलियां भी तू छुड़ा लेगी ,

ना जाने कब फिर मुलाकात होगी ,

आंखों ने जुबा  का साथ देना बंद कर दिया ,

ना जाने कब तक बरसात होगी ,

दूर जाते हुए तुझे देखते देखते ,

ओझल  हुआ तू मुझे देखते देखते 

अब ना जाने कौन सी बस होगी,

 वह कौन सी रात होगी ,

ना जाने कब फिर मुलाकात होगी। 

judai

chhut rahe hain hath,

 fgat ungaliyan bhi tu chura legi ,

Na jaane kab fir mulakat hogi ,

aankhon ne juban ka sath Dena band kar diya ,

na jaane kab Tak barsat hogi ,

dur jaate hue tujhe dekhte dekhte ,

ojal hua to mujhe dekhte dekhte

 ab Na jaane kaun si bus hogi ,

vah kaun si Raat hogi ,

Na jaane kab fir mulakat hogi....



हिंदी प्यार की कविता 

shayari

मुझे हक़ तो नहीं 

तेरी जुल्फों को छू लु ,मझे हक़ तो नहीं। 

तेरे होठो को चुमू ,मुझे हक़ तो नहीं। 

यह ख्वाइशे क्यों उमड़ती है ,

जी करता है तेरी बाहो में झुलु ,

तू नज़रे मिलाये ,मै नज़रे चुरा लू। 

कही तुझे शक तो नहीं ,मुझे हक़ तो नहीं ,

तेरी जुल्फों को छू लु ,

मेरी नज़रे तेरे बिन क्यों मचलतीहै ,

जी करता है तुझे नज़रो में बसा लु। 

कोई देखे न ऐसे छिपा लू ,

कही यह सच तो नहीं ,मुझे हक़ तो नहीं। 


सहारा, गोपी द्वारा कविता ,
दिल से दिल तक ,
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सहारा है तु ,किनारा ना कर ,
मुझे छोड़ने का इशारा ना कर ,
मैने अपने से भी छिपा रखी है ,
तु मेरी महोब्बत का नज़ारा न कर। 
मुझे बीती रात ना समझ ,
मुझे टुटा कांच ना समझ ,
हज़ारो बरस में बनी हु मै ,
मुझे तु बंजारा ना कर ,
सहारा है तु ,किनारा ना कर ,
मुझे छोड़ने का इशारा ना कर ,
मै ख़ामोशी से लोट जाऊंगी ,मेरा कभी दीदार ना होगा ,
कभी दुनिया में प्यार ना होगा ,
मेरी फितरत को आवारा ना कर। 
सहारा है तु ,किनारा ना कर ,
मुझे छोड़ने का इशारा ना कर ,


तुम अलग मै अलग 
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हम चल दिए अपने अपने रास्ते 
तुम अलग मै अलग 
दोनो चल दिए जीने के वास्ते 
तुम अलग मै अलग 
सांसो का मोह क्या इतना बड़ा है ,
तुम मुझे भूले ,मै तुम्हे भुला ,
हर वादा तोड़ कर चल दिए ,
तुम अलग मै अलग
कोई भी सेतु हमें जोड़ सकता नहीं ,
कोई भी डोर अब बांध सकती नहीं ,
हम इतनी दूर आ गए चलते चलते ,
तुम अलग मै अलग। 

kahani फिर कभी आना आज के प्यार पर शानदार चार लाइन 

आज का मजनु 

इन घटाओ से कहो 
किसी और दिन आना ,
इन हवाओ से कहो 
किसी और दिन बहकना ,
मै अभी ज़िंदगी की दौड़ 
धूप में व्यस्त हु ,
हसीनो अपनी ज़ुल्फ़े 
किसी और दिन लहराना। 

अकेला 
मै अकेला ही चला था 
ज़िंदगी की दौड़ में 
ना किसी का साथ पाया 
ना किसी का हाथ आया 
मै खड़ा तो हुआ था 
हर किसी मोड़ पे। 

खतरनाक स्टेटस शायरी 


लौट के ना आएंगे 
तेरे देर से चले जायेगे हम ,
फिर लोट के ना आएंगे हम ,
तुम लाख आवाज देना ,
 पर नज़र ना आएंगे हम,
चाहे तुम रो लेना ,
या हज़ार माफीया कहना ,
याद तो आएंगे पर ,
नज़र ना आयगे हम। 

@बेवफा पर शायरी ,दर्द की चार लाइन