तेरी गलिया teri galliya,kavita by Gopi.

  

तेरी गलिया teri galliya 

तेरी गलियों को छोड़कर ,कहां जाऊंगा। 

मैं फिर वापस ,लौट आऊंगा। 

मेरी दुनिया, तेरी घर की दीवारों तक है। 

मैं अपनी दुनिया छोड़कर कहां जाऊंगा। 

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