New year shayari ,नव वर्ष 2024
मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। ज़िंदगी पर शानदार शायरी
ज़िंदगी पर शानदार शायरी
मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा।
मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा।
जो ना बदले कभी उन्हें भी बदलते देखा।
अच्छे तैराको को किनारे भी खा गए।
मैंने नो नौसखियों को तूफानों से संभालते देखा।
जिंदगी के दस्तूर ,कानून ,कुछ भी नहीं।
जिंदगी की वफा और जफ़ा , कुछ भी नहीं।
कब हाथ छोड़ दे ,चलते चलते ,जिंदगी।
मैंने समुंदरों को भी जलते देखा।
मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा।
अब मौत का खौफ , कुछ भी नहीं।
अब जिंदगी का मतलब ,कुछ भी नहीं।
हर दिल अब पत्थर सा बन गया है।
पर मैंने पत्थरों को भी पिघलते देखा।
मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा।
फिर मिले वो पल, इसे कहते है। .. रुलाने वाली कविता Hindi kavita by Gopi..
फिर मिले वो पल,
इसे कहते है। .. रुलाने वाली कविता
Hindi kavita by Gopi..
मुझे फिर मिले वो पल,
मुझे फिर मिले वो कल,
वैसे ही शर्माए घबराए मुस्कुराए ,
अभी भी बदले नहीं वो कल।,
मुझे फिर मिले वो पल।
जिंदगी की जरूरत कहती रही, चल ,चल ,
दुनिया ने आवाज दी, चल ,संभल ,
पर मैं छूना चाहता था वो पल ,
फिर मुझे मिले वो कल।
मैंने मुठ्ठियों में बंद कर दिए जो कल ,
मैंने किताबों में सुरक्षित रखे वो पल ,
फिर अचानक मिल गए वो कल ,
मुझे फिर मिले वह पल।