फिर मिले वो पल, इसे कहते है। .. रुलाने वाली कविता Hindi kavita by Gopi..

 फिर मिले वो  पल,

इसे कहते है। .. रुलाने वाली कविता 

                                      Hindi kavita by Gopi..


 मुझे फिर मिले वो  पल,

 मुझे फिर मिले वो  कल,

 वैसे ही शर्माए घबराए मुस्कुराए ,

अभी भी बदले नहीं वो  कल।,

मुझे फिर मिले वो  पल। 

जिंदगी की जरूरत कहती रही, चल ,चल ,

दुनिया ने आवाज दी, चल ,संभल ,

पर मैं  छूना चाहता था वो  पल ,

फिर मुझे मिले वो  कल। 

मैंने मुठ्ठियों  में बंद कर दिए जो कल ,

मैंने किताबों में सुरक्षित रखे वो  पल ,

फिर अचानक मिल गए वो  कल ,

मुझे फिर मिले वह पल। 

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