Hindi sad kavita यही प्यार है ,

अलविदा मोहब्बत आज के प्यार की मजबूरी 


अभी जिंदगी कोई इजाजत  नहीं है ,
किस्मत में अपनी मोहब्बत नहीं है ,
हजारों उम्मीदों से बंधा हूं ,
अभी दिल  में वह धड़कन नहीं है ,
जी करता है उम्मीदों भरी आंखों से ,
आंखें चुरा लु ,
 मैं अपनी दुनिया कहीं और बसा लूं। 
मगर ऐसा मैं कर सकता नहीं,
 अभी तो मौत आने पर मर सकता नहीं ,
मुझे इसकी इजाजत नहीं है ,
किस्मत में अपनी मोहब्बत नहीं है। 
hindi love poem

Hindi sad kavita

यही प्यार है ,


दूर है ,बहुत दूर है ,

मुस्कुराते तुम भी हो ,

मुस्कुराते हम भी है ,

तुम्हे भी पता है ,

हमें भी पता है ,

बड़े मजबूर है ,

दूर है ,बहुत दूर है , 


yehi pyar hai


door hai ,bahut door hai ,

muskurate tum bhi ho,

muskurae hum bhi hai,

bade majboor hai,

door hai,bahut door hai,


ranjha



राँझा 

हिंदी कविता 

आँखे छिपा लु ,ये बह ना जाये ,

एक जलजला इसके अंदर छिपा है। 

होठो को सी लु ,कुछ कहे ना जाये ,

हज़ारो शिकायत से दिल यह भरा है ,

घड़ी है मिलन की ,चलो मिल जाये ,

तेरी मर्ज़ी है ,खुदा है तू मेरा ,

फिर तु मुझे बुलाए ना बुलाए। 

Ranjha 

हिंदी कविता गोपी द्वारा 


aalkhe chipa lu ye bah naa jaye ,

ek jalajala eske ander chipa hai ,

hotho ko see lu ,kuch kah naa jaye ,

hazro shekayat se dil yeh bhara hai .

ghadee hai milan ki ,chalo mil jaye ,

fir yeh samay aaye naa aye,

teri merze hai khuda hai tu mera,

fir tu mujhe bulae naa bulae,

yeh pyar hai


kavita   कहे दो यह झुठ है ,

kavita



कहे दो यह झुठ है ,

                                                                       
अब तुम्हे मुझसे वो प्यार नहीं ,कहे दो यह झुठ है ,
अब तुम्हे वो इंतज़ार नहीं ,कहे दो यह झुठ है ,
समय की धूल में ,छिप गया है सब कुछ ,
अब मन बेक़रार नहीं ,कहे दो यह झुठ है 
ज़माने के मेले में खो गए है ,किस्से अपने ,
अपने मौसम में अब बहार नहीं ,कहे दो यह झुठ है ,
कभी बाहों में गुज़ारी सारी सारी राते अपनी ,
अब पल भर का भी एतबार नहीं कहे दो यह झुठ है। 
sad shayari



यह कविता सावन के मौसम में विरह सह रहे  दिलों के लिए लिखी गई है।  किस तरह सावन का मौसम ,बादलऔर  बारिश हमें उदास कर देती है।  हम खुद अपने आप से पूछते हैं ,ऐसा क्यों है?



आसमा रो रहा है। 

हिंदी कविता गोपी द्वारा 

यह आसमा से आंसू टपक रहे है। 
दो  दिल मचल  रहे हैं ,
यह बारिश की बूंदे नहीं हैं,
 यह दिल जल रहे हैं। 
दुनिया सी तु ,तेरी सी दुनिया ,
हम फूलों को कांटों से बदल रहे हैं। 
यह आसमा से आंसू टपक रहे है। 
बादल पिघला  है तो यह भी छटेगा ,
कभी तो दुख के पल यह भी हटेगा ,
यह दो दिल  कह रहे हैं। 
यह आसमा से आंसू टपक रहे है। 

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