Hindi shayari by Gopi मै रहु या ना रहु

Hindi shayari by Gopi मै रहु या ना रहु

Hindi shayari by Gopi

मै रहु या ना रहु 



मै रहु या ना रहु ,
सब कुछ रहेगा। 
सूरज भी उगेगा ,
चंदा भी जगेगा ,
बहता झरना तो बहेगा। 
मै रहु ना रहु ,
तू तो रहेगा ,
मै जी ना सकू ,
तू तो जीयेगा ,
मेरी खुशियां 
तू तो जियेगा। 

मै रहु ना रहु ,
फूलो का घर ,
छोटा सा वो गांव ,
पेड़ो की वो छाँव ,
सब कुछ रहेगा। 
मै रहु ना रहु ,मै रहु ना रहु ,
love,sad shayari

मैं अगरउसकी  बाहों रो भी देता ,
वो  पूछे मुझसे तो क्या मैं कहता। 
 आंखों में जो इज्जत थी उसकी 
मैं अगले पल ही उसे खो देता 
उसे छोड़ना है बहुत ही मुश्किल 
जाते  हुए फिर भी काम खामोश  रहता। 

मैं अगरउसकी  बाहों रो भी देता ,
वो  पूछे मुझसे तो क्या मैं कहता। 

 है यह उम्र और उम्र के रिवायत 
उस पर इस उम्र की है यह मोहब्बत 
रिश्तो के नाम में पैगाम देता 
मगर मैं किस क्या-क्या कहता

मैं अगरउसकी  बाहों रो भी देता ,
वो  पूछे मुझसे तो क्या मैं कहता। 




ज़िन्दगी एक कविता,a poem on life


ज़िंन्दगी एक कविता गोपी दवरा 


वक्त आने दे तुझे भी बता देंगे जिंदगी , 

जिंदगी जीने का हुनर तुझे भी सिखा देंगे जिंदगी,

 बेवक़्त  बातों में वह वजन कहा ,

 वक्त आने दे लफ्जों से तुझे हरा देंगे जिंदगी,

 गले मिलकर तुझसे  एक जिंदगी बिता देंगे जिंदगी,

 बिन तेरे बिन जी कर भी दिखा देंगे ज़िंदगी ,

अभी वक्त का साथ नहीं है ज़िंदगी ,

वक्त आने दे तेरा साथ निभा देंगे जिंदगी। 

shayari

ज़िन्दगी एक कविता 

 जिंदगी जहां ले जाएगी, चला जाऊंगा। 

अगर यह मुझे मिटाएगी ,  तो मिट जाऊंगा। 

और क्यों मेरी बात मानेगी जिंदगी ,

मैं मनाउंगा  तो क्या मान जाएगी ,

यह रूठी हुई किस्मत है ,

इसे कब तक मनाऊंगा ,

 जहां ले जाएगी ,चला जाऊंगा। 

हिंदी कविता मै रोना चाहता हु। hindi kavita,

हिंदी कविता   मै रोना चाहता हु।

 हिंदी कविता 

मै रोना चाहता हु। 



मैं फफक कर  रोना चाहता हूं ,

सारे अपने गिले-शिकवे धोना चाहता हूं। 

तेरे सीने से लग कर,

 युगो तक सोना चाहता हूं।

 मुझे पुराने वही बातें चाहिए ,

मुझे पुरानी वही मुलाकाते चाहिए ,

मुझे पुरानी वही रातें चाहिए ,

मैं वही चाहत फिर से चाहता हूं। 

 मैं फफक कर  रोना चाहता हूं ,

समय मोटिवेशन कविता Samay Motivation kavita by Gopi

समय मोटिवेशन कविता   Samay Motivation kavita by Gopi

समय मोटिवेशन कविता 

Samay Motivation kavita by Gopi 


 जीवन का चक्र है ,

जीवन पलभर है ,

हम यूं ही घबराते हैं ,

हम आते हैं जाते हैं,

 ना कोई नष्ट हुआ ,

 ना कोई अनिष्ट हुआ,

 बस यूं ही रो जाते हैं ,

यूं ही खुश हो जाते हैं ,

जीवन का चक्र है। 

तू समय से भी है बड़ा ,

तुच्छ  शरीर है तेरा,

 कभी बालों पर ,

कभी रंग पर ,

हम क्यों इतना इतराते हैं। 

New year shayari ,नव वर्ष 2024

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Nav varshनव वर्ष 2024


नव वर्ष संध्या पर तुम जरूर आना,
 आसमा के अंधेरे ,तारों से जगाना .....
तुम जरूर आना ,
मैं रात को छत पर राह टोहुगी ,
 बस एक बार, बस एक बार ,एक बार ... 
तुम नजर आ जाना, नव वर्ष की संध्या पर ...
  तुम जरूर आना ,
तुमसे पहली बार एक आस की है ,
तुम मेरी आस को ,भूल ना जाना। 
तुम जरूर आना ,
अगर तुम ना आए ,तो नववर्ष नहीं आएगा। 
सबका आएगा, पर मेरा नहीं आएगा ,
तुम आ जाना, जरूरतुम आ जाना। 


नव वर्ष 

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नए साल की शुभकामनाएं

तुम्हें मैं नए साल,नए दिन ,नए पल   की शुभकामनाएं
ईश्वर कृपा, मां-बाप की आराधनाए,
तुम पाओ वह लक्ष्य जो आसमान से भी ऊंचा हो 
2022 तुम्हारे पथ  के पत्थर हटाकर फूल सजाएं। 

मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। ज़िंदगी पर शानदार शायरी

ज़िंदगी पर शानदार शायरी 

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 



मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। ज़िंदगी पर शानदार शायरी

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 

जो ना बदले कभी उन्हें भी बदलते देखा। 

अच्छे तैराको  को किनारे भी खा गए। 

मैंने नो नौसखियों को तूफानों से संभालते देखा। 

जिंदगी के दस्तूर ,कानून ,कुछ भी नहीं। 

जिंदगी की वफा और जफ़ा , कुछ भी नहीं। 

कब हाथ छोड़ दे ,चलते चलते ,जिंदगी। 

मैंने समुंदरों को भी जलते देखा। 

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 

अब मौत का खौफ , कुछ भी नहीं। 

अब जिंदगी का मतलब ,कुछ भी नहीं। 

हर दिल अब पत्थर सा  बन गया है। 

 पर मैंने पत्थरों को भी पिघलते  देखा। 

 मैंने जिंदगी को इस तरह बदलते देखा। 

फिर मिले वो पल, इसे कहते है। .. रुलाने वाली कविता Hindi kavita by Gopi..

 फिर मिले वो  पल,

इसे कहते है। .. रुलाने वाली कविता 

                                      Hindi kavita by Gopi..


 मुझे फिर मिले वो  पल,

 मुझे फिर मिले वो  कल,

 वैसे ही शर्माए घबराए मुस्कुराए ,

अभी भी बदले नहीं वो  कल।,

मुझे फिर मिले वो  पल। 

जिंदगी की जरूरत कहती रही, चल ,चल ,

दुनिया ने आवाज दी, चल ,संभल ,

पर मैं  छूना चाहता था वो  पल ,

फिर मुझे मिले वो  कल। 

मैंने मुठ्ठियों  में बंद कर दिए जो कल ,

मैंने किताबों में सुरक्षित रखे वो  पल ,

फिर अचानक मिल गए वो  कल ,

मुझे फिर मिले वह पल। 

फिर मिलने आना। पहले प्यार की प्यारी से कविता

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फिर मिलने आना।   पहले प्यार की प्यारी से कविता

फिर मिलने आना। 

पहले प्यार की प्यारी से कविता 


 करके कोई बहाना ,चलो फिर मिलने आना। 

लाख नजरे छुपाना ,खुद को मासूम बताना। 

फिर भी सब समझ जाएगा ये दीवाना ,

 तो फिर मिलने आना। 

साथ  की दुकान पर कुछ लेने आना। 

साथ में मकान पर यूं ही रुक जाना। 

 चलते हुए गिरते पत्ते को देखकर। 

मुझे भी देखते जाना, फिर मिलने आना। 

यूं ही मिलने  आना। 

शाम को ढलते सूरज को देखकर ,

रात दस्तक  देते अंधेरे को देख कर। 

दिन  यूं ही चला गया ,मायूस ना हो जाना। 

तो फिर मिलने आना ,लेकर कोई बहाना, फिर मिलने आना। 

मेरी प्यार की कविता ,यह फूल मेरी किताब में आज भी रखा है। hindi kavita by Gopi


मेरी प्यार की कविता  ,यह फूल मेरी किताब में आज भी रखा है। hindi kavita by Gopi

मेरी प्यार की कविता 

यह फूल मेरी किताब में आज भी रखा है। 

एक फूल ,एक फूल मैंने  अपनी किताब में आज भी छिपा भी रखा है। 

 एक फूल को मेरी  किताब ने  बाहों में छुपा रखा है। 

 मेरे प्यार की तरह वह खामोश बरसों से सोया है। 

शायद मेरी तरह वो भी बरसो रोया  है। 

इस फूल  के मालिक से शायद कभी फिर मुलाकात  हो ,

हम दोनों ने इस सपने को  सजा रखा है। 

यह फूल मेरी किताब में आज भी रखा है। 

तेरी बातें बहुत याद आती हैं, hindi kavita by Gopi,ऐसी प्यार की कविता सुनी है.

ऐसी प्यार की कविता सुनी है ,कभी 

तेरी बातें बहुत याद आती हैं, 


 वो रातें, मुलाकातें ,तेरी बातें ,

बहुत याद आती हैं, तेरा हंसना,

 तेरा रोना ,तेरी करवटें ,

बहुत याद आती है। 

समय की धारा को मोड़ दो,

 फिर से वहीं पल, मुझे दे दो ,

सब बस दिलासा है ,

यह यह बातें दिल को दिलासा दे जाती हैं। 

तुम्हें बुलाना भी चाहूं ,

तुम नहीं आओगे ,

 मेरे आंसू को कहां समझ पाओगे,

 दुनिया भी मुझको यही समझाती है।  

अलविदा ज़िंदगी 

दर्द से भरी कविता 


 मैं तुझसे दूर बहुत दूर हो जाऊंगा,

 देखना मैं भीड़ में भीड़ सा  बन जाऊंगा। 

तेरी आंखें लाख रस्ता देखे, ना देखे ,

मैं अँधेरे में परछाई सा हो जाऊंगा। 

 मैं बहुत दूर हो जाऊंगा। 

हवा के झोंके पर मेरी खशबू  को ना महसूस करना। 

रात के तारों में मेरा नाम ना गिनना। 

 सुबह की भोर पर मेरा इंतजार ना  करना। 

मैं इस तरह फना  हो जाऊंगा। 

 मैं तुझसे बहुत दूर हो जाऊंगा। 

वो मै तो नहीं ,kavita in Hindi.

 

kahani

वो मै तो नहीं ,


जिसके तूने सपने देखे ,
जिसकी तुने राहे बाटी ,
जिसके लिए तु रात जगी ,
वो मै तो नहीं ,
जिसको तु प्यार करेगी ,
जिसको अपना मन देगी ,
कंचन तन सोप दोगी ,
वो मै तो नहीं ,
जिसकी आत्मा दर्पण होगी ,
जिसके लिए जीवन अर्पण होगा ,
जिसको तु सासे सोप देगी ,
वो मै तो नहीं..... 

तेरी गलिया teri galliya,kavita by Gopi.

  

तेरी गलिया teri galliya 

तेरी गलियों को छोड़कर ,कहां जाऊंगा। 

मैं फिर वापस ,लौट आऊंगा। 

मेरी दुनिया, तेरी घर की दीवारों तक है। 

मैं अपनी दुनिया छोड़कर कहां जाऊंगा। 

समय पर मोटिवेशनल कविता समय अपना सारथी।

समय पर मोटिवेशनल कविता 

समय अपना सारथी। 


 चल रहे है हम अकेले समय अपना सारथी 

जहां चाहे मोड़ देता ,जब चाहे छोड़ देता ,

समय अपना महाबली,समय अपना सारथी। 

हमने की है लाख कोशिश ज़िंदगी को मनाने की ,

टूटे हुए चंद धागे ,फिर से बनाने की ,

पर सुनता ही नहीं यह महारथी ,

समय अपना सारथी। 

समय के रथ पर सवार हु और ज़िंदगी का सफर ,

हाथ बंधे है मेरे ,समय का यह चक्र 

समय हर पल कर रहा है दिल्लगी 

समय अपना सारथी ,हार जाने पर भी मुझको 

छोड़ता है क्यों नहीं ,मुझ से द्रेष है तो ,

मुख मोड़ता है क्यों नहीं ,

मुझसे और क्या मांगता है यह रथी ,

समय अपना सारथी।